2025 में UPI का उपयोग करते समय क्या सावधानियां चाहिए
UPI (Unified Payments Interface) अब 2025 में भारत का सबसे सुरक्षित और तेज़ डिजिटल भुगतान माध्यम बन चुका है — लेकिन साइबर अपराधी भी उतने ही चालाक हो गए हैं।
इसलिए, UPI का इस्तेमाल करते समय कुछ सावधानियां ज़रूर रखनी चाहिए 👇
🔒 1. केवल आधिकारिक ऐप का ही उपयोग करें
- UPI के लिए केवल मान्यता प्राप्त ऐप जैसे BHIM, Google Pay, PhonePe, Paytm, Amazon Pay, CRED, बैंक के अपने UPI ऐप आदि ही इस्तेमाल करें।
- कभी भी किसी अनजान या नई ऐप से UPI लेनदेन न करें, चाहे वह ऑफ़र ही क्यों न दे।
📱 2. UPI PIN किसी के साथ साझा न करें
- UPI PIN वही है जो आपके बैंक खाते की सुरक्षा चाबी है।
- बैंक, पुलिस, या ऐप कंपनी कभी भी आपसे PIN या OTP नहीं मांगेगी।
- किसी फोन कॉल या लिंक पर भरोसा कर PIN या OTP न डालें।
🧾 3. “Request Money” पर ध्यान दें
- बहुत से फ्रॉड “Money Receive” का बहाना बनाकर ‘Collect Request’ भेजते हैं।
👉 याद रखें: पैसे पाने के लिए PIN नहीं डालना होता। PIN सिर्फ पैसे भेजने के लिए होता है। - किसी अंजान व्यक्ति की money request को Reject कर दें।
🔗 4. UPI लिंक पर क्लिक करने से पहले सोचें
- SMS, WhatsApp, Telegram या ईमेल पर आए किसी भी UPI लिंक पर क्लिक न करें।
ये लिंक अक्सर फर्जी वेबसाइट्स पर ले जाते हैं और डेटा चुरा सकते हैं।
🧠 5. ट्रांजैक्शन करते समय नाम जांचें
- जब आप किसी QR कोड या मोबाइल नंबर पर भुगतान करें, तो Receiver का नाम स्क्रीन पर दिखता है।
यदि नाम सही नहीं है, तो तुरंत ट्रांजैक्शन रोक दें।
💡 6. ऐप और फोन हमेशा अपडेट रखें
- UPI ऐप, Android/iOS और बैंक ऐप हमेशा नवीनतम संस्करण (latest version) पर रखें।
इससे सुरक्षा पैच अपडेट मिलते रहते हैं।
🧍♀️ 7. सार्वजनिक वाई-फाई से भुगतान न करें
- पब्लिक Wi-Fi (जैसे रेलवे स्टेशन, कैफे, मॉल) से कभी भी पेमेंट न करें।
ऐसे नेटवर्क पर हैकिंग का खतरा अधिक होता है।
🧰 8. बैंक नोटिफिकेशन को ध्यान से पढ़ें
- हर ट्रांजैक्शन के बाद SMS या ऐप नोटिफिकेशन देखें।
यदि कोई अनजान लेनदेन दिखे, तो तुरंत बैंक हेल्पलाइन या 1930 (National Helpline) पर रिपोर्ट करें।
💰 9. QR कोड शेयर न करें
- अपना QR कोड केवल भरोसेमंद लोगों या ग्राहकों को दें।
सोशल मीडिया पर या पब्लिक जगहों पर QR कोड पोस्ट न करें।
🧍♂️ 10. परिवार और बुजुर्गों को भी जागरूक करें
- कई बार धोखेबाज़ बुजुर्गों या कम जानकार लोगों को निशाना बनाते हैं।
उन्हें भी समझाएं कि “PIN किसी को नहीं बताना है” और “पैसे पाने के लिए PIN नहीं डालना है।”
🚨 अगर धोखाधड़ी हो जाए तो
- तुरंत बैंक को कॉल करें या ऐप से “Report” करें।
- राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें।
- वेबसाइट https://cybercrime.gov.in पर जाकर शिकायत दर्ज करें।
बहुत बढ़िया 👍
यह रहा —
🪙 2025 में UPI सेफ्टी के 10 गोल्डन रूल्स
1️⃣ केवल आधिकारिक ऐप का उपयोग करें
➡ BHIM, Google Pay, PhonePe, Paytm या बैंक का ऐप ही इस्तेमाल करें।
❌ अज्ञात या ऑफ़र देने वाली नई ऐप्स से बचें।
2️⃣ UPI PIN किसी को न बताएं
➡ यह आपके बैंक खाते की चाबी है।
❌ बैंक, पुलिस या ऐप कंपनी कभी भी PIN या OTP नहीं मांगती।
3️⃣ “Money Request” को सोच-समझकर स्वीकार करें
➡ पैसे पाने के लिए PIN नहीं डालना होता।
❌ अंजान नंबर या QR से आए रिक्वेस्ट को Reject करें।
4️⃣ फर्जी लिंक से सावधान रहें
➡ SMS, WhatsApp या ईमेल पर आए UPI लिंक पर क्लिक न करें।
❌ ये लिंक डेटा चोरी कर सकते हैं।
5️⃣ Receiver का नाम जांचें
➡ भुगतान करने से पहले स्क्रीन पर दिखे नाम को अवश्य मिलाएँ।
❌ नाम गलत लगे तो ट्रांजैक्शन रोक दें।
6️⃣ ऐप और फोन अपडेट रखें
➡ हमेशा नवीनतम वर्ज़न इस्तेमाल करें ताकि सुरक्षा मजबूत रहे।
7️⃣ पब्लिक Wi-Fi से भुगतान न करें
➡ ऐसे नेटवर्क पर हैकिंग का खतरा अधिक होता है।
✅ केवल अपने मोबाइल डेटा या भरोसेमंद Wi-Fi का उपयोग करें।
8️⃣ बैंक नोटिफिकेशन पर नज़र रखें
➡ हर ट्रांजैक्शन का SMS या अलर्ट तुरंत देखें।
❌ अनजान लेनदेन दिखे तो बैंक को तुरंत सूचित करें।
9️⃣ अपना QR कोड साझा न करें
➡ QR केवल भरोसेमंद व्यक्तियों या ग्राहकों को ही दें।
❌ सोशल मीडिया पर पोस्ट न करें।
🔟 परिवार और बुजुर्गों को जागरूक करें
➡ उन्हें समझाएँ:
“पैसे पाने के लिए PIN नहीं डालना है।”
“PIN या OTP किसी को नहीं बताना है।”
⚠️ यदि धोखाधड़ी हो जाए तो:
📞 बैंक हेल्पलाइन पर तुरंत संपर्क करें
📞 राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन: 1930
🌐 ऑनलाइन शिकायत: https://cybercrime.gov.in
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